{अफ़्रीकी मूल के अमरीकी नागरिक जॉर्ज फ़्लॉयड, जिनकी हत्या के बाद अमरीका में प्रदर्शनों का एक सिलसिला शुरू हुआ है, उनके बारे में पता चला है कि मौत से कुछ सप्ताह पहले उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। जॉर्ज फ़्लॉयड की 20 पन्ने की ऑटोप्सी रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। इसके मुताबिक 3 अप्रैल को इस बात की पुष्टि हुई थी कि जॉर्ज कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। }
04 जून 2020 नई दिल्ली
बीबीसी की खबर के मुताबिक इस रिपोर्ट में परीक्षकों द्वारा यह भी कहा गया है, “चूंकि कोरोना वायरस या किसी भी अन्य वायरस का जेनेटिक कोड मानव शरीर में हफ़्तों तक रह सकता है, इसलिए इस बात की भी संभावना है कि जिस वक़्त जॉर्ज की मौत हुई, उनमें कोविड-19 के सभी लक्षण दिखने बंद हो गये हों, लेकिन इस दौरान भी वे संक्रमित रहे हों।”