{अपनी बड़ी तहकीकत में कोबरापोस्ट ने देश के कई मीडिया संस्थानों को पैसे के बदले हिंदुत्व का एजेंडा चलाने को सहमत होते पाया है। जिससे की चुनाव में लाभ पाने के लिए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण भी हो सकता है। इसके अलावा ये संस्थान राजनीतिक विरोधियों को बदनाम करने के लिए तत्पर दिखे। इन संस्थानों ने पैसों के लिए इस तरह का दुर्भावनापूर्ण मीडिया campaign चलाने की बात कही। }
ऑपरेशन 136 के पहले भाग में हमने India TV, Dainik Jagaran, Hindi Khabar, SAB Group, DNA (Daily News and Analysis), Amar Ujala, UNI, 9X Media (Tashan), Samachar Plus, HNN 24X7, Punjab Kesari, Swatantra Bharat, ScoopWhoop, Rediff.com IndiaWatch, Aj Hindi Daily और Sadhna Prime News से जुड़े लोगों की बातचीत के प्रमुख अंश दिखाए है।
“ये पॉलिटिकल जाएगा जो आप कह रहे हो ना हिंदुत्व पॉलिटिकल आ जाता है कनेक्शन... हमारे यहां नहीं है पर वो देखते हैं पॉलिटिकल की तरह है ना लोग कि हिंदुत्व को कि इंडिया टीवी चला रहा है हिंदू टीवी समझ रहे हो”। हमारे प्रपोजल पर उत्सुकता दिखाते हुए आगे जितेन्द्र ने कहा कि “सर इसमें हमें आपकी एक सपोर्ट चाहिए..ये चाहिए कि आप तीन महीने में जो तीन की बात कर रहे हैं उसमें डेढ़ महीने में डेढ़ करोड़ जो भी है वो हमें बिलिंग उसकी मार्च में चाहिए होगी”। ऐसा करने के पीछे जितेन्द्र ने वजह बताई कि टारगेट का प्रेशर “ तो वो एक टारगेट वगैरह का प्रेशर रहता है”
साल 1942 में आजादी की लड़ाई के दौरान शुरू हुआ हिन्दी अखबार दैनिक जागरण पिछले पच्चीस साल से भारत का सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला दैनिक हिन्दी अखबार है। World Association of Newspapers (WAN) के मुताबिक दैनिक जागरण दुनिया के सबसे ज्यादा पढे जाने वाले अखबारों में से एक है। circulation के मामले में भी दैनिक जागरण भारत में दूसरे पायदान पर है। अपनी तहकीकात को आगे बढ़ाते हुए पत्रकार पुष्प की मुलाकात दैनिक जागरण अखबार के एरिया मैनेजर संजय प्रताप सिंह से हुई।
पत्रकार पुष्प शर्मा साल 2017 में लॉंच हुए यू पी उत्तराखंड के रीजनल चैनल हिंदी खबर के एडिटर इन चीफ़ अतुल अग्रवाल से भी मिले। हिंदुत्व के एजेंडा और फायर ब्रांड हिंदू नेताओं के प्रमोशन की बात पर अतुल ने बताया कि फ़ेसबूक और Twitter के अलावा उनके चैनल के पोर्टल पर 29 मिलियन views हैं। अतुल ने आगे कहा, “बिल्कुल लाईव चलेगा हमारे यहाँ हम को proper information मिल जाए उसका source मिल जाए वो सब लाईव होगा”।
पार्थसारथी कुलिया, एसोसिएट वाइस प्रेजिडेंट (सेल्स); डिंपल दुग्गल, सीनियर मैनेजर (सेल्स); हेमलता येदेरी, ग्रुप सेल्स हेड; कैलाशनाथ अधिकारी, श्री अधिकारी ब्रदर्स टेलीविज़न नेटवर्क, मुंबई
SAB Group आज किसी पहचान का मोहताज नहीं, तीन दशकों से ये अपने मशहूर धारावाहिकों के जरिए लोगों को हंसा रहा है और करोड़ों दिलों पर राज कर रहा है। साल 1985 में इस चैनल की शुरूआत हुई थी। पुष्प शर्मा ने चैनल के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर एजेंडा पर चर्चा कर ये जानने की कोशिश की कि कैसे कॉमेडी में महारथ रखने वाले ये लोग क्या कॉमेडी की आड़ में हमारा मकसद पूरा कर सकते हैं? हैरानी वाली बात ये है कि ये सभी अधिकारी हमारे एजेंडे को मानने के लिए राजी दिखे।
साल 2005 में लॉन्च होने के बाद से लगातार मुंबई, अहमदाबाद, पुणे, जयपुर, बैंगलुरू और इंदौर से प्रकाशित होने वाला डीएनए..आज मुंबई में दूसरा सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला अंग्रेजी अखबार है। ज़ी और दैनिक भास्कर के ज्वाइंट वेंचर वाले डीएनए अखबार का मुंबई में जबरदस्त सर्कुलेशन है। हर रोज़ इसकी करीब 4,56,000 कॉपियां महानगर में बेची जाती हैं, इससे पता लगता है कि ये मायानगरी में कितना लोकप्रिय है खासकर एक ऐसे युग में जहां अखबारों में खबरों की जगह दिन-ब-दिन सिकुड़ती जा रही है। करीब एक दशक के भीतर इस अखबार ने जबरदस्त लोकप्रियता और प्रतिष्ठा हासिल की है। पुष्प शर्मा ने ये जानने की कोशिश की कि क्या वाकई डीएनए अखबार के मार्किटिंग अधिकारी भी इस प्रतिष्ठा को बनाए रखने में सजग हैं।
देश और दुनिया में करीब एक हज़ार subscribers जिसमें अख़बार, रेडियो, टेलिविजन नेटवर्क, वैबसाइट, सरकारी दफ़्तर के अलावा प्राइवेट और पब्लिक सैक्टर corporations शामिल हैं ने यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ इंडिया यानि यूएनआई को सबसे बड़ी न्यूज़ एजन्सी की फहरिस्त में शुमार किया हुआ हैं। देश के हर राज्य की राजधानी के अलावा लगभग हर बड़े शहर में यूएनआई के न्यूज़ ब्युरो हैं। ऐसे ही एक ब्युरो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पत्रकार पुष्प की मुलाक़ात होती है ब्युरो चीफ़ नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव से। हिंदुत्व का एजेंडा और पॉलिटिकल satire चलाने की बात पर श्रीवास्तव ने कहा, “हाँ तो फिर क्या चिंता है फिर तो हो ही जाएगा फिर क्या दिक्कत है वो तो हो ही जाएगा उसमें तो कोई दिक्कत नहीं है”।
खुद को पंजाब का नंबर वन म्यूजिक चैनल होने का दावा करने वाला 9X टशन चैनल को साल 2017 में ज़ी टीवी ने acquire किया और अब इस चैनल की तकरीबन डेढ़ करोड़ की साप्ताहिक viewership हैं। मोटी रकम के बदले 9X टशन के टॉप मैनेजमेंट से जुड़े लोगो को धार्मिक प्रोग्राम के अंदर सांप्रदायिकता का जहर घोलने में कोई गुरेज नहीं है। 9X टशन के सीनियर मैनेजर Advertising Sales राहुल श्रीवास्तव के मुताबिक, “हमारे पास एक safe side ये है कि हमें ये point लेकर चलना है कि हमारा message भी deliver हो हमारा communication भी pass on हो पॉलिटिकल return भी आए और without controversy बनाने का हमें कोई issue नहीं हैं मैं आपके point of view से कह रहा हूँ कि बस उसमें कोई controversy angle न आए क्योंकि पता चला उतना expense भी हो गया सब कुछ हो गया पता चला कि कोई controversy निकाल कर आए”।
“खबर वही जो हमने कही” की टैग लाइन के साथ साल 2012 में लॉन्च हुए समाचार प्लस चैनल ने कुछ ही समय में यूपी और उत्तराखंड में पकड़ बना ली थी। साल 2016 में उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड के तब के मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्टिंग ऑपरेशन चलाने की वजह से भी चैनल और इसके मालिक उमेश कुमार सुर्खियों में रहे। पुष्प ने समाचार प्लस के मैनेजर सेल्स मुकेश बगियाल से मिलकर उन्हें 2019 में बीजेपी को फ़ायदा पहुंचाने के लिए हिंदुत्व का एजेंडा और aggressive campaign की बात कही जिस पर मुकेश ने कहा, “इसमें सर हमारा मीडिया पूरा सपोर्ट करेगा आपको जब भी आपको जरूरत होगी”।
शर्मा ने उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से टेलिकास्ट होने वाले रीजनल न्यूज चैनल एचएनएन 24x7 के ऑफिस में चैनल के मालिक और सीईओ अमित शर्मा से मुलाक़ात की। अमित ने कहा कि चैनल पर वो हिंदुत्व के एजेंडा के साथ डिजिटल प्लेटफार्म पर बीजेपी और संघ के फ़ायर ब्रांड नेताओं जैसे उमा भारती, विनय कटियार, मोहन भागवत, राजू भईया, अशोक सोनी, आनंदी भाई और असित सोनी का भी प्रचार करेंगे और इसमें रेकॉर्ड्स के अंदर संघ का नाम कही नहीं होगा।
साल 1965 में महज 3500 कॉपियां प्रकाशित कर पंजाब केसरी ने देश में एक नई पहचान बनाई और आज ये हिंदी दैनिक अखबार 7,43,000 कॉपियां प्रकाशित कर रहा है जालंधर, चंडीगढ़, लुधियाना, पालमपुर, पानीपत, हिसार, जम्मू, भटिंडा, रोहतक और शिमला में पंजाब केसरी एक विश्वसनीय अखबार बन चुका है। लेकिन जब पुष्प शर्मा ने इस अखबार के दो सीनियर अधिकारियों से बातचीत की तो उन्हें ये जानते ज्यादा देर नहीं लगी कि इस विख्यात अखबार में लोगों की विश्वसनीयता से ज्यादा तवज्जो कारोबार को दी जा रही है।
देश की आज़ादी के दिन शुरू हुआ स्वतंत्र भारत अख़बार की लगभग आठ लाख की readership है। दिल्ली, लखनऊ, कानपुर से प्रकाशित इस अख़बार के इलाहाबाद, फ़ैज़ाबाद, वाराणसी, गोरखपुर और शाहजहाँपुर के लिए विशेष एडिशन निकलते है। इलैक्शन के मद्देनज़र बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने और हिंदुत्व एजेंडा चलाने के लिए डेढ़ करोड़ के बजट की बात पर स्वतंत्र भारत के संजय सिंह श्रीवास्तव बोले, “हाँ हाँ ये तो भगवान श्रीकृष्ण भी कहते है”। विनय कटियार, उमा भारती और मोहन भागवत जैसे फ़ायर ब्रांड हिंदू नेताओं के भाषण के प्रमोशन और विरोधी नेताओं के खिलाफ jingles और animated कंटैंट चलाने की बात पर संजय ने कहा, “हाँ हाँ इसको हम प्लान कर देंगे और बढ़िया प्लान कर देंगे कोई दिक्कत नहीं हैं इसमें”।
Indian Institute of Mass Communication से पढ़े पाँच लोगों द्वारा साल 2013 में शुरू की गई स्कूप व्हूप एक दिल्ली based डिजिटल मीडिया और न्यूज़ organization है। इस संस्थान में भारती सॉफ्ट बैंक ने भी 10 करोड़ का निवेश किया है। इस वैबसाइट को हर महीने लगभग 3 million shares मिलते है। पुष्प शर्मा स्कूप व्हूप की Digital Strategist विदुषी डोरा और आकाश से मिलते है। शर्मा इनसे पूछते है कि क्या ये पप्पू, बुआ और बबुआ पर satirical web series बना सकते है क्योंकि ये हमारे पॉलिटिकल rivals है और हम 2019 के इलैक्शन में इन्हे टार्गेट करेंगे। इस पर आकाश बोलते है, “Got it so I want to go more direct in second phase.” शर्मा फिर सवाल करते हैं कि उनके एजेंडा के लिए ये और क्या कर सकते हैं? जिस पर आकाश जवाब देते है
दो दशक पहले साल 1996 में अजीत बालाकृष्णन ने Rediff.com की शुरूआत की थी। अब Rediff.com एक न्यूज़, मनोरंजन और शॉपिंग वेब पोर्टल बन चुका है। देश-विदेश के कई बड़े शहरों में Rediff.com के दफ्तर हैं। लोगों तक पहुंच और उनकी पसंद की वजह से आज Rediff.com देश की टॉप 24 वेब पोर्टल में से एक है। पुष्प शर्मा ने Rediff.com के मुंबई दफ्तर में दस्तक दी और यहां सबसे पहले Viraj Khandhadia से मुलाकात की। विराज यहां एसोसिएट डायरेक्टर एड सेल्स के पद पर कार्यरत हैं। विराज उस वक्त कंपनी के Manager Ad Sales सुमित.एच. रावल के साथ बैठ थे। पुष्प ने विराज और उनके सहयोगी सुमित को मिशन 2019 के एजेंडे के बारे में बताया।
लखनऊ से संचालित होने वाले इंडिया वॉच यू-ट्यूब चैनल के मालिक इश्वरी द्विवेदी हैं। जब पुष्प शर्मा ने इन्हें अपने हिंदुत्व एजेंडे के बारे में बताया और इनसे पूछा कि क्या आप इस एजेंडे के साथ काम करने में कम्फर्टएबल हैं तो इंटव्यू के दौरान द्विवेदी ने कहा, “हिंदुत्व के एजेंडे में हम लोग पूरी तरह comfortable होंगे, हम खुद हिंदु हैं तो हिंदुत्व के एजेंडे में comfortable रहेंगे” पुष्प ने इनकी नब्ज टटोलने के लिए इनसे इनके चैनल की पहुंच के बारे में सवाल पूछ लिया, जिस पर द्विवेदी ने अपने अखबार का महिमामंडन कुछ इस तरह किया, “30.10.2015 ये भारत की हमारी पहली कंपनी है जिसे पंद्रह लाइसेंस हैं हमारे पास spiritual का अलग हमारा अलग-अलग स्टेट का अलग है”
हिंदी दैनिक आज की शुरुआत स्वतंत्रा सेनानी रहे शिव प्रसाद गुप्ता ने साल 1920 में की थी। करीब डेढ़ लाख के circulation वाला ये अखबार बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और झारखंड के बारह शहरों से प्रकाशित होता हैं। पुष्प के हिंदुत्व एजेंडा के अलावा jingles चलाने की बात करने पर हिन्दी अख़बार आज के लखनऊ हैड हरिंदर साहनी बोले, “इसे देखकर मुझे अच्छा लगेगा”। बातचीत के दौरान एक करोड़ के बजट का 60-40 के अनुपात में कैश लेने से भी हरिंदर ने गुरेज नहीं किया और बोले, “कोई दिक्कत नहीं”।
पुष्प शर्मा उत्तर प्रदेश के रीजनल न्यूज चैनल साधना प्राइम न्यूज़ के दफ्तर पहुंचे जहां इनकी मुलाक़ात साधना प्राइम न्यूज़ के Director आलोक कुमार भट्ट से हुई। बातचीत में आलोक ने बीजेपी और आरएसएस से अपने संबंधो के बारे में बताया और कहा, “हम लोग तो exclusive भी करते है और हमारे अपने जो resources हैं उसमें कुछ लोग संघ के या सरकार के वो exclusively हमें देते है चीजों को”। हिंदुत्व के एजेंडा से उन्हें कोई दिक्कत तो नहीं है इस सवाल पर आलोक ने कहा, “नहीं नहीं हम लोग तो out of way जाकर काम करते है”। बातचीत के दौरान आलोक ने ये भी कहा, “आप अपनी requirement बता दीजिए हम ना करें तो बताइये। हम तो मैंने बताया न मैं करता रेहता हूँ, मैं करता रहूँगा”।